यूनानी चिकित्सा : संक्षिप्त परिचय

Unani By Md Khursid Alam Ansari


परिचय 

युनानी चिकित्सा भारत कि देशी चिकित्सा पध्दति है, जो भारती य परिवेश के अनुकूल है। आयुष मंत्रालय,भारत सरकार, इसके शिक्षा और अनुसन्धान को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। यह विश्व कि प्राचीन चिकित्सा पध्दतियो मे से एक है। इस चिकित्सा विज्ञान की उत्पत्ति ग्रीक सभ्यता के स्वर्णिम युग में हुआ था , जहां से यह संपूर्ण विश्व में फैल कर लोकप्रिय हो गई। यह एक व्यापक चिकित्सा प्रणाली है जो स्वास्थ्य और बीमारियों के विभिन्न अवस्थाओ के उपचार से संबंधित है। चिकित्सा की इस प्रणाली का निदान और उपचार विभिन्न समग्र अवधारणाओं और स्वास्थ्य एवं उपचार के वैज्ञानि क सिद्धांतों पर आधारित है। यह एक व्यक्ति और उसके पर्यावरण के बीच संबंध को ध्यान में रखता है, मन, शरीर और आत्मा के स्वास्थ्य पर जोर देता है। इस चिकित्सा पध्दति में, स्वभाव, या व्यक्ति का मिजाज़ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। व्यक्ति के लिए सबसे उपयुक्त आहार और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए स्वभाव पर ध्यान दिया जाता है। 

औषधि

चिकित्सा कि इस प्रणाली में प्राकृति क रूप से रोगों का उपचार किया जाता है। कृत्रिम रासायनि क दवाओं का उपयोग नहीं होता है, बल्कि प्रकृति में विद्यमान हर्बल, एनिमल तथा मिनरल स्रोतों से प्राप्त दवाओं से रोगों का उपचार किया जाता है। 

शिक्षण संस्थान 

देश में दो राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान है और बहुत से यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय है जहां यूनानी चिकित्सा विधा में शिक्षण-प्रशिक्षण दिया जाता है। यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय में माध्यमिक (10+2) के बाद NEET (रा ष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) उत्तीर्ण अभ्यर्थी नामांकन लेते है। जहां उन्हें साढ़े पांच वर्षों तक चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न पाठ्यक्रम को पढ़ाया और सिखाया जाता है, जिसके उपरांत उन्हें यूनानी चिकित्सा में स्नातक अर्थात बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस /BUMS) कि उपाधि दी जाती है। यूनानी चिकित्सा में MD, MS, और PhD कि पढ़ाई भी होती है। 

अनुसंधान संस्थान 

यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान हेतु राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (CCRUM) है और हर राज्य में एक क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (RRIUM) है, जहां इस चिकित्सा पद्धति में रिसर्च होता है। 

चिकित्सा संस्थान 

बिहार में यूनानी चिकित्सा का प्राइवेट क्लिनिक, अस्पताल के अलावे सरकारी अस्पताल, जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, राजकीय यूनानी औषधालय, संयुक्त औषधालय में यूनानी चिकित्सक अपनी सेवा दे रहे हैं।

Share this :
0 comments on this post

Blogs for You

Stay Connected